आर्टिकल लिखने का फॉर्मेट जानें –
दोस्तों आज हम तुम्हें आर्टिकल लिखने का सही फॉर्मेट बताएंगे। यूं तो आर्टिकल अधिकतर लोग लिख लेते हैं परंतु आज हम तुम्हें आर्टिकल लिखने का सबसे सही और सर्वश्रेष्ठ फॉर्मेट बताएंगे, तो दोस्तों इस जानकारी को अंत तक पढ़ते रहे-
आर्टिकल लिखने का फॉर्मेट –
दोस्तों आज हम लेख लिखने के लिए तुम्हें बहुत महत्वपूर्ण बातें बताएंगे, जो यदि आप ध्यान से पड़ेंगे तो तुम एक अच्छा आर्टिकल राइटर बन सकते हैं, लेकिन उससे पहले तुम्हें यह अच्छी तरह से समझना होगा कि आर्टिकल क्या होता है? तथा इसे उचित प्रारूप अर्थात फॉर्मेट में लिखना क्यों सही होता है। तो दोस्तों तुम्हें बता दूं कि किसी भी टोपिक पर विवरण के साथ एक लेख लिखना ही आर्टिकल होता है, जिसमें लिखने वाले का नाम अर्थात लेखक का नाम तथा शीर्षक लेखक की सामग्री जैसे कि कारण, हानि, लाभ, निष्कर्ष इत्यादि होते हैं तो इस प्रकार का लेख आर्टिकल होता है।
इसी प्रकार के लेख ब्लॉग, समाचार पत्रों तथा पत्रिका में लिखे जाते हैं जिसे हम और आप पढ़ते हैं। दोस्तों एक लेखन के द्वारा तुम अपने जीवन को भी बेहतर बना सकते हैं, क्योंकि यदि तुम अच्छा और बेहतरीन आर्टिकल लिखना जान जाओगे तो आप इससे पैसे भी कमा सकते हैं। दोस्तों यह बिल्कुल परीक्षा में लिखे जाने वाले किसी विषय पर निबंध की तरह होता है
जिसमें हमें एक टॉपिक पर विस्तृत जानकारी देनी होती है जिस प्रकार छात्र निबंध को विस्तारात्मक और महत्वपूर्ण जानकारी से बद्द लिखता है उसे अधिक नंबर मिलते हैं ठीक उसी प्रकार यदि आप अपने आर्टिकल को बड़ा और महत्वपूर्ण जानकारी से युक्त लिखते हैं तो वह तुम्हारा बहुत अच्छा आर्टिकल होता है। जिसमें दिए गए टॉपिक पर जानकारी कवर करनी होती है अर्थात बतानी होती है।
तो दोस्तों अब यह आप जान चुके होंगे कि आर्टिकल क्या होता है। अब हम जानेंगे कि एक अच्छा आर्टिकल कैसे लिखा जाता है। दोस्तों यदि तुम किसी टॉपिक को अच्छी तरह से समझ लेते हैं और उसे करने का तरीका लिखने से अधिक नहीं होता है अर्थात यदि आप उसे लिखते हैं तो वह अधिक लगता है। लेकिन यदि आप उसे करें -तो वह आपको कम लगेगा इसी प्रकार एक कथा इसे कैसे लिखना चाहिए। यह जानना अति आवश्यक है।
मार्किंग सिस्टम-
दोस्तों जिस प्रकार तुम्हें तुम्हारी परीक्षा में लेखक के नाम के साथ उसका टाइटल लिखकर एक नंबर मिलता है। उदाहरण के लिए आपको बताते हैं- मान लीजिए यदि आपको पर्यावरण प्रदूषण पर लेख लिखने का सवाल दिया गया है। जैसे मनुष्य को पर्यावरण प्रदूषण से क्या हानि होती है तो इस प्रकार से तुम्हें मेन हैडिंग में सम हेडिंग बनानी होती है।
लेकिन दोस्तों तुम्हारा लेख दिए गए टॉपिक से संबंधित ही होना चाहिए और उसमें केवल और केवल उसी से संबंधित बात होनी चाहिए ना कि इधर उधर की बातें। दोस्तों आप आर्टिकल को कितना ही बड़ा लिख लें यह महत्व नहीं रखता है, आर्टिकल में यह महत्व रखता है कि आपने अपने आर्टिकल के अंदर क्या महत्वपूर्ण जानकारियां दी हैं। यदि वह महत्वपूर्ण जानकारियां आपने उस आर्टिकल में नहीं दी तो फिर चाहे आपका आर्टिकल कितना ही बड़ा हो वह किसी काम का नहीं है।
दोस्तों तुम्हें बता दूं कि आर्टिकल के विवरण में लाभ, हानियां, प्रभाव ,कारण ,परिणाम इत्यादि समावेश हो सकते हैं। यदि तुम इतना सब कुछ लिखोगे तब तुम्हें दिए गए प्रश्न अंक के अनुसार उत्तर में अंक दिए जाएंगे। तुम निबंध में लेख की शैली तथा उचित व्याकरण के कारण पांच नंबर प्राप्त कर सकते हैं जिसमें से 2.5 नंबर आपके व्याकरण के होते हैं तथा 2.5 नंबर लेखन शैली के होते हैं।
तो दोस्तों इस प्रकार तुम आर्टिकल में 10 नंबर पा सकते हैं यदि आर्टिकल सही ढंग से लिखते हैं तो। और आर्टिकल को सही ढंग से लिखने के लिए आपको इसका फॉर्मेट आना चाहिए जो कि हम आपको नीचे बताने वाले हैं-
आर्टिकल का शीर्षक-
दोस्तों जब तुम कोई भी आर्टिकल लिखें तो सबसे पहले आपको उस आर्टिकल का एक बहुत ही बढ़िया तथा चौंकाने वाला शीर्षक डालना है। जिसे लोग देखकर एक बार उसे पढ़ने का मन अवश्य बनाएं, ऐसा आपको शीर्षक बनाना है। दोस्तों जहां तक हमारा अनुभव है यदि तुम अपने शीर्षक को कुछ अनोखे तरीके से लिखते हैं तो लोग उसे अवश्य देखेंगे।
क्योंकि लोगों को कुछ अलग देखना पसंद है। तो आप कुछ अलग तरह से शीर्षक बनाएं। चलिए हम आपको उदाहरण से समझाते हैं- जैसे कि दोस्तों एक शीर्षक होता है “यूट्यूब से पैसे कैसे कमाए? तो यह तो एक साधारण सा शीर्षक है। यदि इसी शीर्षक को हम कुछ इस प्रकार लिखें-“आ गया यूट्यूब से पैसे कमाने का नया तरीका, अब कमाए यूट्यूब से धुआंधार पैसे” तो यह शीर्षक तुम्हें भी आकर्षित लग रहा होगा। हालांकि हमसे यह थोड़ा सा बड़ा शीर्षक हो गया है, लेकिन आपको कुछ इस प्रकार का ही चौका देने वाला शीर्षक अपने आर्टिकल में डालना है। ताकि लोग उसे जल्दी से जल्दी देखें।
लेखक का नाम-
दोस्तों यदि तुम शीर्षक लिख लेते हो तो उसके बाद आप लेखक का नाम डाल सकते हैं। और यदि तुम चाहो तो आर्टिकल खत्म होने के बाद भी लेखक का नाम लिख सकते हो।
आर्टिकल का विवरण-
तो दोस्तों यदि तुम शीर्षक और लेखक का नाम डाल लेते हैं तो अब तुम्हें आर्टिकल का विवरण देना होता है। इसमें तुम्हारी कंटेंट की पूरी बॉडी आ जाती है अर्थात आप उस जानकारी में क्या-क्या लोगों को बताना चाहते हैं वह सारी जानकारी आपको आर्टिकल के विवरण में देनी होती है। और इसके बाद आपको आखरी में निष्कर्ष लिखना होता है। यदि आप शीर्षक के बाद लेखक का नाम नहीं डालते हैं तो आप आर्टिकल खत्म होने के बाद भी लेखक का नाम डाल सकते हैं।
संक्षिप्त वर्णन-
दोस्तों आपको केवल और केवल अपने शीर्षक से संबंधित जानकारी ही अपने आर्टिकल के अंदर देनी है क्योंकि फालतू की बातें लिखने से आपका आर्टिकल खराब हो जाएगा और लोगों का उसमें इंटरेस्ट खत्म हो जाएगा। इसलिए आपको जिस जानकारी के बारे में लिखना है उसके बारे में ही लिखें। इधर उधर की बातें ज्यादा न लिखें। जो आपको उस जानकारी से संबंधित अच्छी तरह से आता है वह लिख दें। ताकि पढ़ने वाले लोगों को वह अच्छी तरह से समझ में आ सके और जो वे चाहते थे उन्हें वह मिल सके।
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प्रकार-
दोस्तों मान लीजिए यदि तुम प्रदूषण पर निबंध लिख रहे हैं तो आपको उसके प्रकारों के बारे में बताना होगा और सभी बिंदुओं को विस्तार से समझाएं। या फिर उतना समझाएं जितना लोगों की अच्छी तरह से समझ में आ सके।
कारण–
दोस्तों जिस प्रकार अभी हमने प्रदूषण पर आर्टिकल लिखना है तो हमें उसके कारण लाभ, हानियां आदि भी लिखनी होंगी।
निष्कर्ष लिखें-
संपूर्ण जानकारी देने के बाद आपको उसका निष्कर्ष लिख देना है। मेरे ख्याल से आप निष्कर्ष का मतलब तो जानते ही होंगे । यदि नहीं जानते हैं तो हम आपको बता देते हैं कि आपको निष्कर्ष में संपूर्ण आर्टिकल का निचोड़ लिखना होता है कि हमने इस आर्टिकल में आपको क्या-क्या समझा दिया है। यह आपको निष्कर्ष में लिखना होता है।
तो दोस्तों यदि तुम इस प्रकार से आर्टिकल लिखोगे तो लोगों को तुम्हारे आर्टिकल में अधिक इंटरेस्ट आएगा और वह आपके आर्टिकल को संपूर्ण पड़ेंगे। तो दोस्तों उम्मीद करते हैं आर्टिकल लिखने का अच्छा तरीका अब आप समझ चुके होंगे इस जानकारी के माध्यम से। दोस्तों इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें।
धन्यवाद।